राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jadeep Dhankhar) भारत के 14वें उपराष्ट्रपति चुने गए हैं।
- 7 अगस्त, 2022 को निर्वाचन आयोग ने जगदीप धनखड़ को भारत के अगले उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने की घोषणा करते हुए प्रमाणपत्र जारी किया।
- उपराष्ट्रपति के चुनाव में 725 सांसदों ने मतदान किया। मतदान में 55 सांसदों ने भाग नहीं लिया, जबकि 15 सांसदों के मत अवैध घोषित किए गए।
- जगदीप धनखड़ को 528 मत मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी माग्रेट अल्वा को 182 मत मिले।
- कुल पड़े वैध मतों में से धनखड़ को 74.36 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। माग्रेट अल्वा को 25.64 प्रतिशत मत प्राप्त हुए।
- 11 अगस्त, 2022 को राष्ट्रपति भवन के दरबार हाॅल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगदीप धनखड़ को उनके नए पद की शपथ दिलाई।
- भारत के संविधान के अनुच्छेद 66 के अनुसार उपराष्ट्रपति का निर्वाचन, एकल संक्रमणीय मत द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व प(ति के अनुसार संसद के दोनों सदनों के सदस्यों के निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है।
उपराष्ट्रपति - उपराष्ट्रपति भारत का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद है। वह पांच वर्ष के कार्यकाल हेतु कार्य करता है, लेकिन वह कार्यकाल की समाप्ति के पश्चात् भी तब तक पद पर बना रह सकता है, जब तक कि उत्तराधिकारी द्वारा पद ग्रहण नहीं कर लिया जाता।
- उपराष्ट्रपति भारत के राष्ट्रपति को अपना त्याग-पत्र दे सकता है।
- उपराष्ट्रपति को राज्यसभा के एक प्रस्ताव द्वारा पद से हटाया जा सकता है, जो उस समय उपस्थित सदस्यों के बहुमत से पारित होता है, साथ ही लोकसभा द्वारा सहमति आवश्यक होती है। इस प्रयोजन हेतु कम-से-कम 14 दिन का नोटिस दिए जाने के पश्चात् ही इस आशय का कोई प्रस्ताव पेश किया जा सकता है।
- उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन अध्यक्ष होता है और उसके पास कोई अन्य लाभ का पद नहीं होता।
जगदीप धनखड़: एक परिचय - राजस्थान के झुंझुनू जिले के किठाना गांव में 18 मई, 1951 को जन्म। सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ में पढ़ाई।
- सुप्रीम कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस किया।
- तीन साल अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायालय के सदस्य रहे।
राजनीति में प्रवेश - 1989 में राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा चुनाव जीते।
- प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के कार्यकाल में राज्यमंत्री बने।
- 1993 में कांग्रेस से विधायक। 2008 में भाजपा में शामिल।
- राजस्थान ओलंपिक संघ व राजस्थान टेनिस संघ के अध्यक्ष भी रहे।
- 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर नियुक्त।