केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने 13 जनवरी, 2022 को नई दिल्ली में द्विवार्षिक भारत वन स्थिति रिपोर्ट (India State of Forest
Report-ISFR), 2021 जारी की।
• देहरादून स्थित भारतीय वन सर्वेक्षण द्वारा प्रत्येक दो वर्ष पर सुदूर संवेदन आधारित उपग्रह चित्रण के माध्यम से देश में वनों एवं वृक्षों की स्थिति पर ‘भारत वन स्थिति रिपोर्ट’ जारी की जाती है।
• यह रिपोर्ट भारतीय वन सर्वेक्षण (Forest Survey of India-FSI) द्वारा जारी की गई 17वीं रिपोर्ट है।
• इस रिपोर्ट में वन और वृक्ष के आवरण, बांस संसाधनों, कार्बन स्टॉक और जंगल की आग का आकलन किया जाता है।
IFSR 2021 : विशेष तथ्य
• इसमें पहली बार टाइगर रिजर्व, टाइगर कॉरिडोर व गिरि के जंगल जिसमें एशियाई शेर रहते हैं में वन आवरण का आकलन किया गया है।
• वर्ष 2011-2021 के मध्य बाघ गलियारों में वन क्षेत्र में 37.15 वर्ग किमी (0.32 प्रतिशत) की वृद्धि हुई है लेकिन बाघ अभ्यारण्यों में 22.6 वर्ग किमी. (0.04 प्रतिशत) की कमी आई है।
प्रथम सूचना रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
• इस रिपोर्ट के अनुसार देश का कुल वन और वृक्ष आच्छादित क्षेत्र 8.09 करोड़ हेक्टेयर है, जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 24.62 प्रतिशत है। भारत का वन क्षेत्र अब 7,13,789 वर्ग किमी. है, जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 21.71 प्रतिशत है। देश का कुल वृक्षावरण 95,746 वर्ग किमी. है जो कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.91 प्रतिशत है।
• भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2019 की तुलना में देश में इस बार वन और वृक्ष आच्छादित क्षेत्र का कुल दायरा 2,261 वर्ग किलोमीटर बढ़ा है।
इसमें वन क्षेत्र में 1540 वर्ग किमी. (0.22 प्रतिशत) और वृक्षावरण (Forest Cover )का क्षेत्र 721 वर्ग किमी. (0.76 प्रतिशत) बढ़ा है।
• वनावरण में सबसे अधिक वृद्धि दर्शाने वाले शीर्ष पांच राज्य हैं- 1. आन्ध्र प्रदेश (647 वर्ग किमी.), 2. तेलंगाना (632 वर्ग किमी.), 3.
ओडिशा (537 वर्ग किमी.), 4. कर्नाटक (155वर्ग किमी.), 5. झारखण्ड (110 वर्ग किमी.)।
• वनावरण में सबसे अधिक कमी पूर्वोत्तर के पांच राज्यों-अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नगालैण्ड में हुई है।
• क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्य प्रदेश में देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र हे, इसके पश्चात् अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ ओडिशा और महाराष्ट्र हैं।
• भारत का कुल मैंग्रोव आवरण 17 वर्ग किमी की वृद्धि के साथ 4,992 वर्ग किमी. हो गया है।
• देश के जंगलों में कुल कार्बन स्टॉक 7,204 मिलियन टन होने का अनुमान है, जिसमें वर्ष 2019 से 79.4 मिलियन टन की वृद्धि हुई है।
• वर्ष 2019 में वनों में उपस्थित बांस की संख्या 13,882 मिलियन से बढ़कर वर्ष 2021 में 53,336 मिलियन हो गई है।
• 35.46 प्रतिशत वन क्षेत्र जंगल की आग से ग्रस्त हैं। इसमें से 2.81 प्रतिशत अत्यंत अग्नि प्रवण है, 7.85 प्रतिशत अति उच्च अग्नि प्रवण है।