आयरलैण्ड की एजेंसी कंसर्न वर्ल्डवाइड और जर्मनी के संगठन वेल्ट हंगर हिल्फ ने संयुक्त रूप से वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2023 (Global Hunger Index-GHI) की सूची 12 अक्टूबर, 2023 को जारी की।
यह पहली बार वर्ष 2006 में जारी किया गया था। यह प्रति वर्ष अक्टूबर में जारी किया जाता है।
इसका 2023 संस्करण ळभ्प् के 18वें संस्करण को संदर्भित करता है।
- इसका उद्देश्य वैश्विक, क्षेत्रीय और देश के स्तर पर भूख को व्यापक रूप से मापना और टै्रक करना है।
- 125 देशों की इस सूची में भारत को 111वें स्थान पर रखा गया है। गत वर्ष 121 देशों की सूची में भारत 107वें स्थान पर था।
- पड़ोसी राष्ट्रों की स्थिति-पाकिस्तान (102वां), नेपाल (69वां), बांग्लादेश (81वां), श्रीलंका (60वां)।
- सूचकांक तैयार करने के संकेतक-वे संकेतक जिनके आधार पर यह सूचकांक तैयार किया जाता
है, निम्न हैं-
(a) अल्प पोषण। (b) ऊंचाई के अनुपात में कम भार।
(c) आयु के अनुपात में कम ऊंचाई। (d) बाल मृत्यु दर।
भारतीय परिदृश्य
स वर्ष 2000 के बाद से भारत ने इस क्षेत्र में पर्याप्त प्रगति की है, लेकिन अभी भी बाल पोषण चिंता का मुख्य क्षेत्र बना हुआ है।
स वर्ष 2000 में भारत का GHI स्कोर 27.5 था जो वर्ष 2023 में बढ़कर 28.7 हो गया है। GHI का यह स्कोर गंभीर स्तर का माना जाता है।
क्या है वैश्विक भूख सूचकांक ?
यह सूचकांक प्रतिवर्ष विश्व भर में भूख के विरु( चल रहे अभियान की उपलब्धियों व असफलताओं को दर्शाता है। ग्लोबल इंडेक्स स्कोर अधिक होने का तात्पर्य है कि उस देश में भूख की समस्या भी अधिक है। इसी प्रकार यदि किसी देश का स्कोर कम होने का तात्पर्य है कि वहां हालात बेहतर हैं। इसे मापने के 4 मापदण्ड हैं-कुपोषण, शिशुओं में भयंकर कुपोषण, बच्चों के विकास में बाधा और बाल मृत्यु दर।