केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने 28 जुलाई, 2022 को 11वीं कृषि जनगणना 2021-22 का शुभारम्भ किया।
- इस गणना से भारत जैसे विशाल और कृषि प्रधान देश को व्यापक पैमाने पर लाभ होगा।
- कोरोना महामारी के कारण 11वीं कृषि जनगणना विलम्ब से की जा रही है।
- इस जनगणना में पहली बार स्मार्ट फोन एवं टैबलेट का उपयोग करके डेटा संग्रह किया जाएगा, जिससे डेटा समय पर उपलब्ध हो सके।
- अधिकांश राज्यों ने अपने भू अभिलेखों और सर्वेक्षणों को डिजिटल कर दिया है, जिससे कृषि जनगणना के आंकड़ों के संग्रह में और तेजी आएगी।
- डिजिटल भूमि अभिलेखों के उपयोग और डेटा संग्रह के लिए मोबाइल एप के उपयोग से देश में परिचालन जोतों का एक डाटाबेस तैयार किया जा सकेगा।