जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) के आमंत्रण पर क्वाड सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23-24 मई, 2022 को जापान की यात्रा पर रहे।
- प्रधानमंत्री मोदी ने जापान यात्रा के पहले दिन टोक्यो में जापान के शीर्ष कारोबारियों के साथ एक गोलमेज बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें 34 जापानी कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने भाग लिया। इनमें से अधिकांश कंपनियों का भारत में निवेश और संचालन है।
- उल्लेखनीय है मार्च 2022 में जापान के प्रधानमंत्री किशिदा की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में 5000 अरब जापानी येन के निवेश का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया था।
- जापान की राजधानी टोक्यो में 23 मई, 2022 को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो की उपस्थिति में 13 देशों को मिलाकर हिंद प्रशांत आर्थिक फ्रेमवर्क (Indo-Pacific Economic Framework–IPEF) बनाने की घोषणा की गई। इस फ्रेमवर्क में भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया , न्यूजीलैण्ड, सिंगापुर, थाईलैण्ड, ब्रूनेई, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, फिलीपींस, इंडोनेशिया और वियतनाम शामिल हैं।
- IPEF का उद्देश्य समान विचार वाले देशों के मध्य स्वच्छ ऊर्जा, आपूर्ति शृंखला और डिजिटल व्यवसाय जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और प्रगाढ़ बनाना है।
हिंद प्रशांत आर्थिक फ्रेमवर्क (IPEF): एक परिचय
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अक्टूबर 2021 में सम्पन्ना पूर्वी एशिया सम्मेलन में प्च्म्थ् की बात कही थी। उन्होंने सम्मेलन में कहा था कि अमेरिका भागीदार देशों के साथ मिलकर एक एशिया-प्रशांत आर्थिक फ्रेमवर्क तैयार करने की संभावनाएं खोजेगा जिसके द्वारा डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए व्यापार सुगमता, प्रौद्योगिकी, आपूर्ति शृंखला को लेकर लचीलापन, अकार्बनीकरण, स्वच्छ ऊर्जा, आधारभूत अवसंरचना, कामगारों से जुड़े मानक और साझा हितों से सम्बन्धित अन्य क्षेत्रों के लिए हमारे साझा लक्ष्य परिभाषित होंगे।’
- गठन-23 मई, 2022
- सदस्य देश-13
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र का अर्थ
- स हिंद (Indo)अर्थात् हिंद महासागर(Indian Ocean)और प्रशांत (Pacific) अर्थात् प्रशांत महासागर के कुछ भागों को मिलाकर जो समुद्र का एक हिस्सा बनता है, उसे हिंद प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific Area)कहते हैं। वहीं इस क्षेत्र में शामिल देशों को ‘इंडो-पैसिफिक देशों की संज्ञा दी गई है।
- टोक्यो में भारत और अमेरिका ने एक नए निवेश प्रोत्साहन समझौते (IIA) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता वर्ष 1997 मे दोनों देशो द्वारा हस्ताक्षरित निवश् समझौते को प्रतिस्थापित करेगा।
क्वाड देशों की दूसरी शिखर वार्ता
- क्वाड देशों की दूसरी शिखर वार्ता 24 मई, 2022 को टोक्यो में सम्पन्ना हुई।
- वार्ता में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, भारत के प्रधानमंत्री और ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने भाग लिया।
- इसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों और साझा हितों से सम्बन्धित वैश्विक विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
क्या है क्वाड (QUAD) ?
- जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सुझाव पर वर्ष 2007 में क्वाड का गठन हुआ था।
- क्वाड का पूरा नाम क्वार्डीलेटरल सिक्योरिटी डायलाॅग है। इसमें अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल है।
- यह मुख्यतः चारों देशों के मध्य व्यापार और रक्षा साझेदारी को सुदृढ़ करने का मंच है।
- यह समूह हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्वतंत्र भूमिका सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।