वर्ष 2021 का 31वां सरस्वती सम्मान वरिष्ठ साहित्यकार रामदरश मिश्र को दिया जाएगा।
• के.के. बिरला की ओर से यह सम्मान मिश्र को उनके कविता संग्रह ‘मैं तो यहां हूं’ के लिए प्रदान किया जाएगा।
• रामदरश मिश्र का जन्म 15 अगस्त, 1924 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के डुमरी गांव में हुआ था।
• 98 वर्षीय मिश्र ने 32 कविता संग्रह, 15 उपन्यास, 30 लघु-कथा संग्रह, साहित्यिक आलोचना की 15 पुस्तकें, निबंधों के चार संग्रह, यात्रा वृतांत और कई संस्मरण लिखे हैं।
• उन्होंने विभिन्ना मंत्रालयों में विभिन्ना हिन्दी सलाहकार समितियों के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में भी कार्य किया है और दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग से प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं।
सरस्वती सम्मान: एक दृष्टि में
के. के. बिरला फाउंडेशन द्वारा वर्ष 1991 से प्रदत्त सरस्वती सम्मान भारत की 22 भाषाओं में गत् दस वर्षों के मध्य प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृति हेतु प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। पुरस्कार स्वरूप एक प्रशस्ति-पत्र, प्रतीक चिन्ह व ₹ 15 लाख की राशि प्रदान की जाती है।
के.के. बिरला फाउंडेशन इसके अतिरिक्त हिन्दी भाषा के लिए व्यास सम्मान व राजस्थान के हिन्दी राजस्थानी लेखकों के लिए बिहारी पुरस्कार प्रदान करता है।